देहरादून (खुर्रम शम्सी) : स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखण्ड ने राष्ट्रीय स्तर पर वाहनो का बीमा कराने वाली कम्पनियों के पोर्टल की तकनिकी खामियों का फायदा उठा कर सरकार को करोडो रूपये का चूना लगाने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखण्ड ने बीते कुछ समय से सूचना प्राप्त हो रही थी कि देहरादून में चार पहिया व कमर्शियल वाहन के बीमा वास्तविक कीमत से बहुत ही काम रेट पर हो रहे है और जिसको आनॅ लाईन आर0टी0ओ0 की वेबसाईट या किसी भी पोर्टल पर चैक करने पर वह बीमा सही(वैलिड )प्रदर्षित होता है
ठगी करने वाले व्यक्त्यिों द्वारा उपरोक्त प्रकार की एजेन्सियों का एजेन्ट बनकर अपना रजिस्ट्रेशन नम्बर के माध्यम से बीमा करते है। बीमा कराने के दौरान चार पहिया वाहन का नम्बर वास्तविक दिया जाता है परन्तु पेमेन्ट की कैलकुलेशन के समय दो पहिया वाहन का चयन कर उसका बीमा दो पहिया वाहन का किया जाता है। जिसका डाटा बीमा कराने वाली कम्पनी के डाटाबेस में चार पहिया का अंकित होता है परन्तु पेमेन्ट दो पहिया वाहन का जमा होता है। जिससे बीमा के समय दी जाने वाली जीएसटी 18 प्रतिशत जहॅा चार पहिया वाहन की 20,000 पर दी जानी थी वहीं दो पहियां वाहन की मात्र 500 रूपये की जमा होती है।उपरोक्त विवरण आरटीओ की वेबसाईट पर मात्र बीमा होना प्रदर्षित करता है अभियुक्तो द्वारा उसका प्रिन्ट निकाल कर लैपटाप में फोटोशॉप के माध्यम से एडिट करके चार पहिया वाहन की धनराशि को बढा देता है। जिसको वह अपने कस्टमर को देता है। वाहन स्वामी के द्वारा आरटीओ में चैक कराने पर वाहन का रजिस्ट्रेशन नम्बर और केवल इंसोरेंस की वैलिडिटी*तिथि प्रदर्षित होती है जिससे ग्राहक को वह असली लगता है।
देशभर के आर0टी0ओ0 के समस्त कार्य जैसे फिटनेस, वाहन ट्रान्सफर, एनओसी, आईएनडी प्लेट, रजिस्ट्रेषन आदि में बीमा होना आवश्यक होता है जिसे आर0टी0ओ0 कार्यालय द्वारा Ministry of Road Transport & Highways, Government of India के पोर्टल पर चैक करने पर वह वाहन का केवल रजिस्ट्रेशन नम्बर व बीमे की वैलिडिटी दिनाॅक को पारदर्शीत करता है जिसे आरटीओ कार्यालय द्वारा पास कर दिया जाता है। उक्त तकनीकी कमी का फायदा उठाकर देशभर में उक्त प्रकार की ठगी प्रथमद्रष्टया प्रकाश में आ रही है।
जानकारी में आया है कि देश भर में इसी प्रकार से समस्त राज्यो में कुछ एजेन्टो द्वारा इसी प्रकार से बीमा किया जा रहा है, जिससे वाहन स्वामी द्वारा भी कम पैसे के लालच में इस प्रकार का बीमा सर्टिफिकेट प्राप्त कर लिया जाता है।
उपरोक्त खुलासे में विगत एक माह से एसटीएफ की टीम गोपनीय रूप से छानबीन तथा तकनीकी पहलुओं के परीक्षण उपरांत देर रात्रि चार दलालो को पूछताश उपरांत गिरफ्तार किया गया साथ ही एसटीएफ के निरीक्षक. अबुल कलाम द्वारा थाना डालनवाला पर 420, 465, 467, 468, 471 व 120 बी भा0द0वी0 धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
इस प्रकार की लगभग 24 कम्पनियों द्वारा बीमे की सुविधा देश में आनॅलाईन अलग-अलग प्लेटफार्म के माध्यम से दी जा रही है। उक्त प्रकार के इन्ष्योरेन्स करने वाले गेटवे जैसे पे-टीएम, पे-फोन व पालिसी बाजार जैसे अन्य गेटवे की जानकारी की जा रही है। उक्त घोटाला राजस्व चोरी (जीएसटी) का करोडो में होने का अनुमान है। जिस सम्बन्ध में अन्य विभागो से समन्वय किया जा रहा है।
बरामद माल
01 लैपटॉप
01 मोबाइल
फर्जी बीमे से संबंधित दस्तावेज
टीम
नि0 अबुल कलाम
उ0नि0 यादवेंद्र बाजवा
उ0नि0 उमेश कुमार
का0 लोकेन्द्र कुमार
का0 विजेंदर चौहान
का0 महेंद्र नेगी
का0 अनूप भाटी
का0 मोहन असवाल
का0 संदेश यादव