फ़ूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया में नौकरी का झांसा देकर दस दस लाख की धोखाधड़ी
लखनऊ के पास से किया गिरफ्तार
उत्तराखण्ड/देहरादून:
बेरोजगार युवक/युवतियों को नौकरी दिलाने के नाम पर राष्ट्रीय स्तर धोखाधड़ी कर लाखो रुपये हड़पने वाले गिरोह का 01 अन्य सदस्य लखनऊ से गिरफ्तार
बढ़ते साईबर अपराधों के परिप्रेक्ष्य में साईबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है । इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा आम जनता व बेरोजगार युवक युवतियों से “सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी” करने की शिकायत प्राप्त होने पर प्रभारी एसटीएफ द्वारा गोपनीय जांच भी करवायी जा रही थी । प्राप्त शिकायत के आधार पर साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर मु0अ0सं 03/21, 04/21, 05/21 व 06/21 पंजीकृत किया गया था(चार मुकदमे)
इसी क्रम में देहरादून निवासी एक युवक के साथ इसी प्रकार की घटना घटित हुयी थी जिसमें शिकायतकर्ता की पहचान उनके मित्र द्वारा अपने भाई एवं उसके दोस्त से करवायी जिनके द्वारा शिकायतकर्ता को फूड कार्पोरेशन आफ इण्डिया विभाग में 10 लाख रुपये में नौकरी दिलाने की बात कही गयी जिस पर विश्वास करते हुये शिकायतकर्ता द्वारा अपने परिचितो एवं रिश्तेदारो से धनराशि की व्यवस्था कर फोन पे एप व चैको व कुछ नगद के माध्यम से 10 लाख रुपये अभियुक्तगणो के बैंक खातो में डाली गयी । अभियुक्तगणो द्वारा शिकायतकर्ता को विश्वास मे लेने हेतु पुलिस वेरिफिकेशन भी करवाया जिससे पीडित बेरोजगारो को विश्वास हो जाये की उनकी नौकरी वास्तव मे लग गयी है, इसके उपरान्त
फ़ूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया का आई.कार्ड. व ज्वानिंग लैटर भी दिया गया
और उसका फर्जी तरीके से प्रशिक्षण भी गोरखपुर उ0प्र0 मे करवाया ’गया, बाद मे जब ज्वाइनिंग लैटर मे अंकित तिथि को शिकायतकर्ता द्वारा अभियुक्तो से फोन किया तो उन्होने फोन नही उठाया, इस पर शक होने पर जब शिकायतकर्ता द्वारा FCI देहरादून मे जाकर आई0कार्ड व ज्वानिंग लैटर के सम्बन्ध में पता किया तो फर्जी पाये गये। शिकायतकर्ता द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्र के आधार पर साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 03/21 धारा 420, , 468, 471, 120बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साईबर थाने के निरीक्षक श्री त्रिभुवन सिंह रौतेला के सुपूर्द की गयी ।
दौराने विवेचना दिनांक 04.02.2021 को प्रकाश मे आये अभियुक्त विकास चन्द्रा निवासी पौड़ी को एसटीएफ टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया था व अभियुक्त विकास चन्द्र की गिरफ्तारी के बाद साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर पंजीकृत उपरोक्त अभियोगों में वांछित अभियुक्त कपिल सैनी अपने सभी पूर्व के ठिकानों को छोडकर फरार चल रहा था, जिसे पुलिस टीम द्वारा गैर प्रान्त उत्तर प्रदेश के जनपद लखनउ से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त कपिल सैनी द्वारा बताया गया है कि वो व उसके अन्य साथी बेरोजगार युवक/युवतियों व उनके परिजनों को सरकारी विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर उनसे लाखो रुपये अपने बैंक खाते मे व अपने साथियों के बैंक खातो मे डलवाते है। बेरोजगार लडके/लडकियो का लखनऊ, गोरखपुर, दिल्ली आदि जगहो पर फर्जी तरीके से पुलिस वेरिफिकेशन, मेडिकल, ट्रेनिंग करवाते है जिसमें हमारे अन्य साथी जिनका संबंध अभियुक्त द्वारा एफसीआई ,एम्स आदि के अधिकारी/कर्मचारियों से होना भी बताया गया है जो लखनउ, गोरखपुर, दिल्ली में रहते है व अपराध में सहयोग करते है और हम लोग बेरोजगार युवक/युवतियों को फर्जी joining letter, FCI पहचान पत्र तैयार कर मेल व डाक आदि के माध्यम से भी भिजवाते है व सरकारी विभागो की फर्जी ईमेल आईडी बनाकर बेरोजगार युवक/युवतियों को उस ई-मेल आईडी से नौकरी के सम्बन्ध मे मेल कर उन्हे धोखाधडी का शिकार बनाते है अभियुक्त द्वारा जो महत्वपूर्ण जानकारी पूछताछ के दौरान उपलब्ध करवायी गई है उस पर कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त- कपिल सैनी पुत्र धर्मपाल सैनी निवासी 158 मौहल्ला नीलखुदाना, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार
बरामदगी-
1- 03 अदद मोबाइल फोन व 02 सिम कार्ड
2- बैंक पासबुक, चैक बुक व एटीम कार्ड आदि
पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त-
1- विकास चन्द्रा पुत्र स्व0 श्री जगपाल नि0 बाला सुन्दरी मन्दिर आई0टी0 पार्क सहस्त्रधारा देहरादून व स्थाई पता ग्राम कान्डेई पो0आ0 चाखीसेण तहसील चाखीसेण पटटी कण्डारस्यूं जिला पौड़ी गढ़वाल ।