सीएम पुष्कर सिंह धामी ने नौ सितम्बर को फ्लैग ऑफ कर किया था रवाना
देहरादून/उत्तराखण्ड : मंगलवार को पुलिस मुख्यालय के सभागार में डीजीपी अशोक कुमार ने एसडीआरएफ की पर्वतारोही टीम को माउंट गंगोत्री प्रथम (21889 फीट) आरोहण करने पर सम्मानित किया। एसडीआरएफ की इस पर्वतारोही टीम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीती नौ सितम्बर को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया गया था।
माउंट गंगोत्री प्रथम पर्वतारोहण अभियान पर रवाना इस टीम ने अनेक चुनौतियों को पार कर 29 दिसंबर 2021 को गंगोत्री-प्रथम को फतह कर कीर्ति पताका फहराया था। फतह करने वाली यह उत्तराखंड पुलिस की पहली टीम रही। एक ओर जहां उत्तराखंड पुलिस में पहली बार पर्वतारोही टीम की कमान एक महिला अधिकारी को दी गयी। वहीं, दो महिला आरक्षी भी इस टीम का अहम हिस्सा रही। जिन्होंने इस अभियान के तहत अपने साहस का परिचय दिया। पुलिस मुख्यालय के सभागार में डीजीपी अशोक कुमार ने टीम के सदस्यों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। एसडीआरएफ पर्वतारोहण दल ने माउंट गंगोत्री प्रथम को फतह कर उत्तराखण्ड पुलिस का नाम रोशन किया गया है। डीजीपी ने पर्वतारोहण टीम को 20 हजार का ईनाम और मेडल देने की घोषणा भी की। पुलिस उप महानिरीक्षक एसडीआरएफ, रिद्धिम अग्रवाल ने बताया गया कि माउंट गंगोत्री-प्रथम पर्वतारोहण अभियान से एसडीआरएफ जवानों ने उच्च तुंगता प्रशिक्षण प्राप्त करने के साथ ही उच्च तुंगता क्षेत्र में प्रतिबंधित वस्तुओं और हानिकारक कूड़े का निस्तारण कर आम जनमानस को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है। सेनानायक एसडीआरएफ नवनीत सिंह ने एसडीआरएफ की इस विशिष्ट उपलब्धि को गौरवान्वित करने वाला अध्याय बताया गया। बताया गया कि इस अभियान के बाद एसडीआरएफ ने उच्च तुंगता क्षेत्रों में अपनी रेस्क्यू क्षमता व कार्यकुशलता को बढ़ाया है। इस अभियान के माध्यम से प्रशिक्षित हुए जवानों ने माउंट त्रिशूल में नौ सेना के पर्वतारोही दल के रेस्क्यू मे व माह अक्टूबर में राज्य में आई आपदा में हर्षिल, सुन्दरढूंगा, कफनी, पिंडारी ग्लेशियर के अलावा उच्चतुंगता क्षेत्र में अत्यंत जटिल रेस्क्यू कर अपनी विकसित कार्यकुशलता का उत्कृष्ट परिचय दिया है। इस मौके पर पुलिस के कई अधिकारी मौजूद रहे।