देहरादून : सोशल मीडिया के बढ़ते चलन के बीच अफवाहों की रोकथाम के लिए सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल का गठन किया जा रहा है। जिसका मकसद झूठी खबरों की रोकथाम करने, अफवाहों पर लगाम लगाना और काउंटर करना होगा। माना जा रहा है कि कानून व्यवस्था की समस्या पैदा करने वालों पर कार्रवाई आसान होगा।
साइबर क्राइम थाने में सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल का गठन किया जा रहा है। सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल अफवाहों को दूर करने, काउंटर शुरू करने का काम करेगा। सेल उन लोगों की काउंसलिंग करेगी जो भावनाओं में बह जाते हैं और झूठी खबरें वायरल करते हैं। कानून व्यवस्था की समस्या पैदा करने और सार्वजनिक शांति भंग करने की कोशिश करने वाली किसी भी सोशल मीडिया सामग्री को हटाने के प्रयास के साथ आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे। डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के भीतर एक विशेष इकाई आधुनिक सॉफ्टवेयर से लैस होगी। जिससे शरारती तत्वों की पहचान की जा सके और कानूनी कार्यवाही शुरू की जा सके। यह सामुदायिक पुलिसिंग का एक विकसित संस्करण होगा जहां डिजिटल, साइबर स्वयंसेवक भी सेल को शांति बनाए रखने में मदद करेंगे। सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगातार निगरानी रखेगा। तथ्यों की प्रामाणिकता को सत्यापित करने में भी मदद करेगा। बताया कि सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (सीएफसीएफआरएमएस) के साथ कार्य करेगा। सीएफ़सीएफआरएमएस के तहत 155260 साइबर हेल्पलाइन नंबर साइबर वित्तीय शिकायतों को दूर करने में लोगों की मदद कर रहा है। दोनों प्रकोष्ठ वित्तीय और गैर-वित्तीय साइबर अपराधों के खिलाफ अपनी लड़ाई में उत्तराखंड पुलिस के प्रयासों को आगे बढ़ाएंगे।